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मां : कुछ कविताएं

 मांएकमां के सपने घेंघियाते रहेजांत की तरहपिसते रहे अन्नबनती रही मक्के की गोल-गोल रोटियांऔर मां सदियोंएक भयानक गोलाई मेंचुपचाप रेंगती रही...दोइस रोज बनती हुई दुनिया मेंएक सुबहमां के चेहरे की झूर्रियों सेममता...

अंबर रंजना पाण्डेय की कविताएं

मेरी कविताएं ही मेरा वक्तव्य हैं।अंबर रंजना पाण्डेय की कविताएं पहली ही नजर में अपने गठन और कथ्य के कारण चौंकाती हैं। लेकिन इन कविताओं के भीतर प्रवेश करने पर हमें कविता...

पराग मांदले की कविताएं

पराग मांदले इस समय के एक स्थापित और चर्चित कथाकार हैं। उनकी कहानियां बिल्कुल अलग मिजाज की होने के कारण अलग से ध्यान खींचती हैं। शुरूआत उन्होंने कविता से की थी। उनका...

आइए एक कवि से परिचय किया जाय

रघुराई ।। संपर्कः 09883728063रघुराई जोगड़ा ने ढेर सारी कविताएं लिखी हैं। स्कूली दिनों से लेकर अबतक लिखने का सिलसिला अनवरत जारी है। बीच में कई कहानियां भी लिखीं। लेकिन कहीं भी रचनाएं...

बाबा नागार्जुन को याद करते हुए

हरिजन गाथा – एक मानवीय पाठ­                                                            विमलेश त्रिपाठीनागार्जुन राजनैतिक चेतना संपन्न कवि होने के साथ मानवीय सरोकारों के गहरे चितेरे और मानव मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध कवि हैं। कहना जरूरी नहीं है कि...

कैथरीन मैन्सफ़ील्ड की कविताएं

कैथरीन मैन्सफ़ील्ड (1889-1923) का जन्म न्युजीलैण्ड में हुआ था। इस बार अनहद पर उनकी कुछ कविताएं प्रस्तुत की जा रही हैं। अंग्रेजी से उनकी कविताओं का अनुवाद युवा कवि महेश वर्मा ने किया...

बांग्ला कवि विनय मजुमदार की एक कविता

बांग्ला के विलक्षण कवि विनय मजुमदार के यहां प्रेम कोई आध्यात्मिक वस्तु भले ही न हो किन्तु वह पवित्र अवश्य है- प्रकृति की तरह, फूलों, झरनों, पहाड़ों और नदियों की तरह। यह अस्थि-मज्जा से युक्त रक्त, मांस से भरपूर...

संजय राय की कविताएं

संजय राय की कविताएं इधर कई पत्रिकाओं में आयी हैं। उनकी कविताएं अपनी संक्षिप्तता में एक जादू जैसी हैं जो पाठकों के दिलो-दिमाग पर सीधे असर करती हैं। संजय जलपाईगुड़ी, पं बंगाल...

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