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Home Uncategorized

by Anhadkolkata
March 4, 2010
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शालू शुक्ला की कविताएँ

चित्रा पंवार की कविताएँ

अनहद की तरफ से प्रिय साथियों को होली की ढेर सारी रंग–विरंगी बधाईयाँ…..
साथियों हमें बेहद खुशी है कि आप हमारे ब्लॉग को इतनी शिद्दत से पसन्द कर रहे हैं….
यह सूचित करते हुए हमें बेहद खुशी है कि हम अन्य समकालीन व हमारे प्रेरक साहित्यकारों की रचनाओं को भी यहाँ शामिल करेंगे..
आपके सहयोग की आशा सहित

आपका ही
अनहद

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अनहद कोलकाता साहित्य और कलाओं की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है। डिजिटल माध्यम में हिंदी में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ‘अनहद कोलकाता’ का प्रकाशन 2009 से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है। यह पत्रिका लोकतांत्रिक मूल्यों और प्रगतिशील चेतना के प्रति प्रतिबद्ध है। यह पूर्णतः अव्यवसायिक है। इसे व्यक्तिगत संसाधनों से पिछले 12 वर्षों से लागातार प्रकाशित किया जा रहा है। अब तक इसके 500 से भी अधिक एकल अंक प्रकाशित हो चुके हैं।

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