अंकिता पंवार कविता की दुनिया में एक ताजी आवाज है – एक ताजा हस्तक्षेप। उनकी कविताएँ एक स्त्री की कविता होने के साथ ही साथ एक मानुष की भी कविताएँ है, और यह वह खूबी है जो उनके स्वर को अलहदा आयाम देती है।
बहुत समय बाद अनहद पर हम कविताएं पढ़ रहे हैं – यह क्रम अब जारी रहेगा। प्रत्येक शनिवार को आप यहाँ नई चीजें देख-पढ़ पाएंगे। आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार तो रहेगा ही।
परिचय-