आबल-ताबल : दसवीं : ललन चतुर्वेदी
आबल-ताबल – ललन चतुर्वेदी परसाई जी की बात चलती है तो व्यंग्य विधा की बहुत याद आती है। वे व्यंग्य के शिखर हैं - उन्होंने इस विधा को स्थापित किया, लेकिन...
आबल-ताबल – ललन चतुर्वेदी परसाई जी की बात चलती है तो व्यंग्य विधा की बहुत याद आती है। वे व्यंग्य के शिखर हैं - उन्होंने इस विधा को स्थापित किया, लेकिन...
वंदना मिश्रा की कविताएँ पढ़िये और थोड़ा दिल को थाम लीजिए कि धक से लगती हैं इनकी कविताएँ और आप तिलमिला जाते हैं। आज संवेदनाओं के दायरे में जहां बनावट के हजार...
'सविता पाठक 'युवा कहानीकारों में अपना परिचय स्थापित करती हुई एक सशक्त पहल के साथ उपस्थित होती हैं । हाल के समय में उनका 'हिस्टीरिया' नाम से कहानी संग्रह प्रकाशित हुआ...
अवध के लोक जीवन को अपनी कविताओं मे जीते-परखते केशव तिवारी किसी परिचय के मोहताज नहीं । उनकी कविताओं का स्वभाव शांत और गहरा है । वे जीवन के अनेक रंग,...
आबल-ताबल – ललन चतुर्वेदी परसाई जी की बात चलती है तो व्यंग्य विधा की बहुत याद आती है। वे व्यंग्य के शिखर हैं - उन्होंने इस विधा को स्थापित किया,...
के. पी. अनमोल हिन्दी ग़ज़ल की दुनिया में एक जाना पहचाना नाम है। अनमोल की गज़लों का संसार धीरे धीरे बड़ा हुआ है और अब उसमें संसार की बहुत सारे...
हेमंत देवलेकर समकालीन कविता के चर्चित हस्ताक्षर हैं । उनकी कविताओं के दायरे को इसी बात से समझा जा सकता है कि देश की लगभग सभी पत्र - पत्रिकाओं में...
आबल-ताबल – ललन चतुर्वेदी परसाई जी की बात चलती है तो व्यंग्य विधा की बहुत याद आती है। वे व्यंग्य के शिखर हैं - उन्होंने इस विधा को स्थापित किया,...
सुरेन्द्र प्रजापति सुरेन्द्र की कविताएँ भूख, अभाव और शोषण के दुःख से पैदा हुई हैं - यहाँ मैं जानबूझकर ‘लिखी गई हैं’ नहीं कह रहा क्योंकि इस तरह की कविताएँ लिखी नहीं...
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