रूपम मिश्र को मनीषा त्रिपाठी अनहद कोलकाता सम्मान-2022
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अनहद कोलकाता एवं बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 4था अनहद कोलकाता सम्मान समारोह 1 मार्च 2025 को विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग...
डॉ. अभिज्ञात को तीसरा मनीषा त्रिपाठी स्मृति अनहद कोलकाता सम्मान ◆◆ कोलकाता। अनहद कोलकाता और मनीषा त्रिपाठी फाउडेंशन द्वारा स्थापित तृतीय मनीषा त्रिपाठी स्मृति सम्मान कवि,...
साहित्यिक पत्रिका सम्मेलनसंकट से संभावनाओं की ओरप्रस्तुति : पीयूषकांतकोलकाता में 16-17 फरवरी 2019 को आयोजित साहित्यिक पत्रिका सम्मेलन इस दृष्टि से महत्वपूर्ण था कि यह जयपुर...
आत्महत्या को ह्त्या की तरह देखा जाना चाहिए एकांत श्रीवास्तव का देवास में एकल कविता पाठसंदीप नाईक की एक रपटसुनना, गुनना और बोलना हमारी परम्परा ही नहीं बल्कि संस्कृति...
विमलेश की कविताएं समकालीन कविता में सार्थक हस्तक्षेप करती हैं – केदारनाथ सिंह विमलेश त्रिपाठी का काव्य संग्रह 'हम बचे रहेंगे' का लोकार्पणकोलकाता की महत्वपूर्ण संस्था सांस्कृतिक...
अनहद कोलकाता साहित्य और कलाओं की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है। डिजिटल माध्यम में हिंदी में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ‘अनहद कोलकाता’ का प्रकाशन 2009 से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है। यह पत्रिका लोकतांत्रिक मूल्यों और प्रगतिशील चेतना के प्रति प्रतिबद्ध है। यह पूर्णतः अव्यवसायिक है। इसे व्यक्तिगत संसाधनों से पिछले 12 वर्षों से लागातार प्रकाशित किया जा रहा है। अब तक इसके 500 से भी अधिक एकल अंक प्रकाशित हो चुके हैं।
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