आबल-ताबलः एकः ललन चतुर्वेदी
परसाई जी की बात चलती है तो व्यंग्य विधा की बहुत याद आती है। वे व्यंग्य के शिखर हैं। उन्होंने इस विधा को स्थापित किया लेकिन यह विधा इधर के दिनों में...
परसाई जी की बात चलती है तो व्यंग्य विधा की बहुत याद आती है। वे व्यंग्य के शिखर हैं। उन्होंने इस विधा को स्थापित किया लेकिन यह विधा इधर के दिनों में...
युवा कवि रूपम मिश्र को 7 जनवरी 2023 को द्वितीय मनीषा त्रिपाठी स्मृति अनहद कोलकाता सम्मान प्रदान किया गया है। कवि को बहुत बधाई। ध्यातव्य कि सम्मान समारोह में युवा साथी मृत्युंजय...
ज्ञान प्रकाश पाण्डे ज्ञान प्रकाश पाण्डे की ग़ज़लें एक ओर स्मृतियों की मिट्टी में धँसी हुई हैं तो दूसरी ओर वर्तमान समय की नब्ज पर उंगली भी रखतीं है। उनकी...
विवेक चतुर्वेदी विवेक चतुर्वेदी हमारे समय के महत्वपूर्ण युवा कवि हैं। न केवल कवि बल्कि एक एक्टिविस्ट भी जो अपनी कविताओं में समय, संबंधों औरस्वप्न-यथार्थ की नब्ज की टोह लेते...
ललन चतुर्वेदी कविता के बारे में एक आग्रह मेरा शुरू से ही रहा है कि रचनाकार का मन कुम्हार के आंवे की तरह होता है – हर समय और हर एक वर्तन...
विभावरी विभावरी की समझ और संवेदनशीलता से बहुत पुराना परिचय रहा है उन्होंने समय-समय पर अपने लेखन से हिन्दी की दुनिया को सार्थक-समृद्ध किया है। उनकी एक किताब नॉटनल पर आई...
रूपम मिश्र आप लाख पहेलियाँ बुझा लें, दूर की कौड़ी पकड़-पकड़ लाएँ और पाठकों को अपने कवित्व से विस्मित और चकित करते रहें लेकिन यथार्थ को ठीक-ठीक भाषा में मार्मिकता के साथ...
जिहाद प्रेमचंद बहुत पुरानी बात है। हिंदुओं का एक काफिला अपने धर्म की रक्षा के लिए पश्चिमोत्तर के पर्वत-प्रदेश से भागा चला आ रहा था। मुद्दतों से उस प्रांत में हिंदू और...
शहंशाह आलम महत्वपूर्ण कवि एवं समीक्षक हैं। इधर उन्होंने कहानियाँ लिखनी शुरू की हैं। प्रस्तुत है उनकी यह कहानी। आदमी रखने वाला पिंजड़ा ■ शहंशाह आलम मेरे लिए आज की सुबह...
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