Normal 0 false false false EN-US X-NONE HI किसी समाज में कविता का बचा होना मनुष्यता के बचे होने का...
हरिशंकर परसाईइसमें दो राय नहीं कि हरिशंकर परसाई ने व्यंग्य विधा को न केवल स्थापित किया वरन उसे असाधारण ऊंचाई...
संदीप प्रसाद संदीप प्रसाद की कविताएँ बहुत पहले हम अनहद कोलकाता पर पढ़ चुके हैं। बहुत समय बाद उनकी यह...
रश्मि भारद्वाजहाल के वर्षों में अपनी कविताओं के मार्फत हिन्दी जगत का ध्यान आकृष्ठ करने में जिन कवियों ने महत्त...
वी रू वीरू सोनकर की कविताएँ प्रचुर ऊर्जा से भरी हैं और उनमें धरती की चिंता समाहित है। यही कारण है...
Normal 0 false false false EN-US X-NONE HI MicrosoftInternetExplorer4 मंजूषा नेगी पाण्डेयमंजूषा नेगी पाण्डेयकी खासियत यह है कि उनकी अभिव्यक्ति...
Normal 0 false false false EN-US X-NONE HI MicrosoftInternetExplorer4 राकेश रोहितराकेश रोहित युवा कविता के क्षेत्र में एक जाना-पहचाना नाम...
शंकरानंदपिछले कुछ वर्षों में शंकरानंद ने अपनी लागातार सक्रियता से हिन्दी युवा कविता के संसार में उल्लेखनीय उपस्थिति दर्ज की...
Normal 0 false false false EN-US X-NONE HI अदनान कफ़ील दरवेशअदनान कफ़ील दरवेश की बहुत कम कविताएं अब तक हमारे...
Normal 0 false false false EN-US X-NONE HI पंखुरी सिन्हा Normal 0 false false false EN-US X-NONE HI MicrosoftInternetExplorer4 ...
अनहद कोलकाता साहित्य और कलाओं की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है। डिजिटल माध्यम में हिंदी में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ‘अनहद कोलकाता’ का प्रकाशन 2009 से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है। यह पत्रिका लोकतांत्रिक मूल्यों और प्रगतिशील चेतना के प्रति प्रतिबद्ध है। यह पूर्णतः अव्यवसायिक है। इसे व्यक्तिगत संसाधनों से पिछले 12 वर्षों से लागातार प्रकाशित किया जा रहा है। अब तक इसके 500 से भी अधिक एकल अंक प्रकाशित हो चुके हैं।
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2009-2022 अनहद कोलकाता by मेराज.